1989 में स्थापित विज्ञान संकाय के अंतर्गत बी.एस-सी. भाग 1, 2 एवं 3 में नवीन पाठ्यक्रमानुसार अध्ययन की सुविधा है । प्रयोगशाला में यू.जी.सी. के अनुरूप प्रायोगिक उपकरण उपलब्ध है । समयानुसार छात्र-छात्राओं को बाह्य भ्रमण द्वारा भी पेड़-पौधों का ज्ञान कराया जाता है । बीएस-सी. बायो के छात्र-छात्राओं के द्वारा औषधीय गुणों, मसाले प्रदान करने वाले पौधे तथा परिसर को सौन्दर्य प्रदान करने वाले पौधे रोपे गये है । वानस्पतिक उद्यान स्थल अध्ययन, गुणों के वर्णन एवं संरक्षण हेतु छात्र-छात्राओं को विशिष्ट ज्ञान प्रदान करने में लाभदायी होते हैं जिससे परिसर हरा-भरा एवं स्वच्छ निर्मित होता है ।
उपलब्धियां:
1. डाॅ. उषा शिवहरे, शासकीय जे. योगानन्दम् छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर (छ.ग.) वनस्पति शास्त्र विषय विशेषज्ञ -अध्ययन मंडल 2020-21 |
2. आई.पी.एस. गुरूकुल महाविद्यालय, बेलटुकरी, गनियारी बिलासपुर में विश्वविद्यालय द्वारा नामित शासी निकाय की सदस्यनिरीक्षण समिति में ।
3. निरीक्षण समिति में सीट वृद्धि - सी.एम.डी. काॅलेज (बी.एस-सी. भाग-1) (सदस्य)
- एस.बी.टी. काॅलेज (एम.एस-सी. वनस्पति शास्त्र)
विभाग की सामाजिक गतिविधियाँ :
(अ) आर्थिक महत्व के पादपों का ज्ञान समीपस्थ ग्रामीणों के मध्य बांटना ।
(ब) औषधीय महत्व के पौधों का रोपण, संवर्धन व उपयोग का ज्ञान ।
(स) पाॅलीथीन मुक्त परिसर के नव-निर्माण हेतु विज्ञान के छात्र-छात्राओं को प्रेरित करना व परिसर को हरा-भरा बनाने हेतु
प्रयत्नशील करना ।