अपनी स्थापना काल से ही महाविद्यालय का वाणिज्य संकाय अपनी अकादमिक एवं शैक्षणिक उपलब्धियों के लिये अंचल में प्रसिद्ध रहा है | प्रोफेसर एन.एच. नाथवानी इसके प्रथम विभागाध्यक्ष रहें जिनकी अध्यापन कुशलता, ज्ञान एवं व्यवहार से प्रभावित होकर अन्य विषयों के विद्यार्थियों का आकर्षण वाणिज्य की ओर बढ़ा, जो विरासत के रूप में आज भी दिखाई पड़ता है ।
इस सत्र से प्रदेश शासन ने प्रथम वर्ष की कक्षाओं में ऑनलाईन प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ की । इस प्रक्रिया में प्रदेश के किसी भी स्थान के छात्र/छात्रा अपनी पसंद के अनुसार ऑनलाईन प्रवेश हेतु महाविद्यालय का चयन कर सकते है। इस विभाग के लिये यह अत्यंत गर्व की बात रही कि 160 स्थानों के लिए लगभग 600 आवेदन, प्रवेश हेतु किये गये । इतनी संख्या में आवेदन आना, इस संकाय की लोकप्रियता को दर्शाता है। राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (NAAC) द्वारा A ग्रेड प्राप्त इस महाविद्यालय की उपलब्धियों में वाणिज्य संकाय का भी विशेष योगदान रहा है।
विभाग के प्राध्यापक डॉ. सुधीर कुमार शर्मा, बिलासपुर विश्वविद्यालय बिलासपुर के वाणिज्य विषय में पी एच-डी के शोध निर्देशक है तथा दो छात्रों को इनके अधीन पीएच-डी हासिल हो चुकी है तथा चार शोध छात्र पीएच-डी हेतु पंजीकृत है । इन्होंने देश के अनेक विश्वविद्यालयों के 66 शोधार्थियों के शोध ग्रंथ का मूल्यांकन किया है तथा लगभग 40 पीएच-डी मौखिकी (Viva-voce)में बाहय विषय विशेषज्ञ भी रह चुके है |
अन्य गतिविधियाँ :-
1. विभाग में छात्र/छात्राओं को नियमित उपस्थित होने हेतु प्रेरित किया जाता है।
2 इकाई परीक्षा, अर्धवार्षिक परीक्षाओं के माध्यम से सतत् मूल्यांकन किया जाता है।
3. विद्यार्थियों के मध्य समूह-चर्चा एवं मौखिक साक्षात्कार के द्वारा उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी दी जाती है।
4. सत्र के दौरान राज्य अथवा राष्ट्रीय स्तर के सेमीनार आदि का आयोजन नहीं किया जा सकता ।
5. अतिथि वक्ताओं द्वारा विशेष व्याख्यान आयोजन किया गया ।